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Tuesday, January 8, 2019

श्री संत सेना महाराजांचा जन्म

                                                          

श्री संत सेना महाराजांचा जन्म 

              एका  सद्गुरुंच्या  आशीर्वादाने  श्री  देवीदासजी  आणि  माता  प्रेमकुंवर  बाई  या  सारख्या  सात्विक  माता  पित्याच्या  पोटी  श्री  संत  महाराजांचा  जन्म  झाला. 


                  श्री  संत सेना   महाराजांच्या  जन्मतिथि  बद्द्ल  अनेक  ग्रंथकारानी  आपआपल्या  ग्रंथात  वेगवेगळ्या  तिथीचा  उल्लेख  केलेला  आहे.  काशीचे  पं शिवदासजी  म्हणतात  विक्रमसवंत  १५००  च्या  सुमारास  ई. १४४४  मध्ये  जन्मले  तर  श्री सेना सागर  ग्रंथ  म्हणतो  श्री सेना महाराजांचे  अस्सल  ठिकाण  साहलहट्टी  जि - अमृतसर  प्रांत  पंजाब  हे  आहे. 
                  विक्रमसवंत  १४००  मध्ये  (ई. स.१३४४)  माघ  शुद्ध  पोर्णिमा  रविवार  सुर्योदयाचेवेळी  ते  जन्मले  त्यांच्या  आईचे  नाव  जीवनदेवी  व  वडिलांचे  नाव  मुकुंदराय  होते.  माता  जीवन  देवी  ह्या  माहेरीच  बाळंत  झाल्या  सेना  महाराजांच्या  सोभी  नावाच्या  आत्या  होत्या.  बालपणी  सेना  महाराज  त्यांच्या  घरी  बरेच  दिवस  राहिले.  
                
                गुरु  अजीम  यांच्या  जवळ  त्यांनी  विद्याभ्यास  केला.  त्यांचे  लग्न  लाहोर  येथे  जल्लू  न्हावी  शाहदरा  यांच्या  घरी  झाले.  त्यांच्या  पत्नीचे  नाव  साहबदेवी  होते.  आषाढ़  शुद्ध  प्रतिपदेस  त्यांचे  लग्न  झाले.  सेनाजींच्या  सासऱ्याचे  नाव  सलुखन  अल्ल  असे  असल्याचे  श्री सेना सागर  ग्रंथात  उल्लेख  आहे.
 
               परंतु  माढयाचे  श्री भ कृ मोरे  यानी  भगवंत  भक्त  श्री सेना महाराजांच्या  चरित्राचा  सखोल  अभ्यास  केला  आहे.  त्यासाठी  बराच  प्रवास  करुन  अनेक  ग्रंथ  आणि  कागद  पत्रांचे  वाचन  करुन  पंडित  रेवती  प्रसाद  शर्मा  यांच्या  संशोधनाचा  अभ्यास  करुन  अस्सल  चित्रे  पाहून  पुढील  निष्कर्ष  काढला  सेनाजीनी  महाराष्ट्रात  प्रवास  करुन  महाराष्ट्रीय  साधुसंताच्या  भेटी - गाठी  घेतल्या  वारकरी  सांप्रदाय  स्वीकारून  त्याचा  त्यांनी  सखोल  अभ्यास  केला  होता.  त्यांना  मराठी  भाषा  उत्तमप्रकारे  अवगत  होती. 

                   त्यांचे  जन्मस्थळ  बांधवगड  असून  त्यांची  जन्मतिथि  वैशाख  व  द्धद्वादशी  रविवार  पुर्वाभाद्रपद,  नक्षत्र  ब्रम्हयोग,  तुळरास  विक्रमसवंत  १३५७  (ई स १३०१)  ही  आहे.  या  तिथिस  सेनाजींचा  जन्म  झाला  ही  गोष्ट  ऐतिहासिक  पुरावा,  जुनि  कागदोपत्रे  व  चित्रे यावरून  आढ़ळून  आल्याने  ही  तिथि  ग्राह्य  मानण्यास  हरकत  नाही.